RBI New Rule On CIBIL Score: भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में क्रेडिट स्कोर के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किया है। इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों के लिए अधिक पारदर्शिता और बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। चलिए, इन नए नियमों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्रेडिट स्कोर का नियमित अपडेट
आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से क्रेडिट स्कोर का अपडेट हर 2015 दिनों (लगभग 5 साल 6 महीने) में किया जाएगा। यह नियम बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए अनिवार्य होगा। इस नए नियम से, सभी ग्राहकों को अपने क्रेडिट स्कोर में होने वाले बदलावों की नियमित जानकारी मिलती रहेगी। इससे वे अपने वित्तीय स्थिति और क्रेडिट प्रोफ़ाइल को बेहतर ढंग से समझ और नियंत्रित कर सकेंगे।
क्रेडिट चेक की सूचना अनिवार्य
नए नियमों के तहत, जब कोई NBFC या वित्तीय संस्था किसी ग्राहक का क्रेडिट स्कोर चेक करेगी, तो उसे ग्राहक को इसकी सूचना देनी होगी। यह सूचना एसएमएस या ई-मेल के माध्यम से दी जाएगी। इस नियम का उद्देश्य ग्राहकों की सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है।
मुफ़्त वार्षिक क्रेडिट रिपोर्ट
अब क्रेडिट कंपनियों को अपने ग्राहकों को साल में एक बार मुफ़्त में क्रेडिट रिपोर्ट उपलब्ध कराना होगा। इसके लिए उन्हें अपनी वेबसाइट पर एक विशेष लिंक प्रदान करना होगा। यह सुविधा ग्राहकों को अपने क्रेडिट इतिहास और बढ़ते स्कोर को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी।
रिक्वेस्ट रिजेक्शन का स्पष्टीकरण
अब बैंक और वित्तीय संस्थानों को किसी भी क्रेडिट रिक्वेस्ट को खारिज करने का कारण ग्राहकों को स्पष्ट करना होगा। यह ग्राहकों को यह समझने में मदद करेगा कि उनकी रिक्वेस्ट को क्यों अस्वीकार कर दिया गया है, और वे अपने क्रेडिट प्रोफ़ाइल को सुधार सकते हैं।
डिफ़ॉल्ट की पूर्व सूचना
नए नियमों के अनुसार, बैंकों को किसी भी ग्राहक को डिफ़ॉल्टर घोषित करने से पहले उन्हें सूचित करना होगा। यह सूचना एसएमएस या ई-मेल के माध्यम से दी जाएगी। इससे ग्राहकों को अपनी स्थिति सुधारने का मौका मिलेगा और अनावश्यक डिफ़ॉल्ट होने से बचा जा सकेगा।
शिकायत निवारण के लिए समय-सीमा
नए नियमों में, ग्राहक शिकायतों के निवारण के लिए एक स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित की गई है। बैंकों को 21 दिनों के भीतर और क्रेडिट ब्यूरो को 9 दिनों के भीतर शिकायतों का समाधान करना होगा। यदि वे इस समय-सीमा का पालन नहीं करते हैं, तो प्रतिदिन ₹100 का जुर्माना देना होगा। यह नियम शिकायत निवारण की प्रक्रिया को सुनिश्चित करेगा।
क्रेडिट स्कोर का महत्व
आज के समय में, अच्छा क्रेडिट स्कोर रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल ऋण प्राप्त करने में मदद करता है, बल्कि बेहतर ब्याज दरों को भी सुनिश्चित करता है। इसलिए, समय-समय पर बिलों का भुगतान करना और क्रेडिट कार्ड का सही उपयोग करना बहुत जरूरी है।
आरबीआई के नए नियम क्रेडिट स्कोर व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित बनाने का प्रयास हैं। ये नियम ग्राहकों को अपने क्रेडिट प्रोफ़ाइल को बेहतर ढंग से समझने और नियंत्रित करने में मदद करेंगे। साथ ही, बैंक और वित्तीय संस्थानों पर भी ग्राहकों के प्रति अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता लाएंगे। इन नियमों का पालन करना न केवल ग्राहकों के लिए, बल्कि संपूर्ण वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी लाभदायक होगा।